नशा मुक्ति केंद्र (Nasha Mukti Kendra) या पुनर्वास केंद्र उन लोगों के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए संस्थान हैं जो नशे की लत (जैसे शराब, ड्रग्स, तंबाकू आदि) से जूझ रहे हैं। नशा मुक्ति केंद्र में पेशेवर चिकित्सक, काउंसलर, और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ होते हैं, जो नशे की लत से छुटकारा दिलाने और व्यक्ति के जीवन को फिर से सामान्य करने में मदद करते हैं। काउंसलिंग, इन केंद्रों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, जो नशे की लत से मुक्ति पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
नशा मुक्ति केंद्र में काउंसलिंग प्रक्रिया
नशा मुक्ति केंद्रों में काउंसलिंग की प्रक्रिया बहुत व्यवस्थित और चरणबद्ध होती है। इसके तहत निम्नलिखित कदम उठाए जाते हैं:
काउंसलर पहले व्यक्ति की समस्या का पूरा आकलन करता है। व्यक्ति की लत की गंभीरता, उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति का विश्लेषण किया जाता है।
इसके बाद, एक व्यक्तिगत उपचार योजना बनाई जाती है, जिसमें डिटॉक्सिफिकेशन, काउंसलिंग सत्र, और अन्य उपचार शामिल होते हैं।
आउटपेशेंट और इनपेशेंट काउंसलिंग
इनपेशेंट काउंसलिंग: गंभीर नशे की लत के मामलों में व्यक्ति को नशा मुक्ति केंद्र में रहकर उपचार करना पड़ता है। यह उपचार गहन होता है और इसमें 24/7 देखरेख की जाती है।
आउटपेशेंट काउंसलिंग: हल्के मामलों में व्यक्ति घर पर रहते हुए काउंसलिंग सत्रों में शामिल हो सकता है और अपनी रोजमर्रा की ज़िन्दगी को जारी रख सकता है। यह उन लोगों के लिए होता है, जिन्हें निरंतर देखरेख की आवश्यकता नहीं होती।
Copyright ©2021 Utkarsh Jan Sewa Samiti. All Rights Reserved | Design by Blubuzz Media